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२॥ मोक्षमन्त्राः

​स्वागतं गुरुभ्यः॥ ५॥

ओं नमो स्त्वानन्ताय सहस्रमूर्तये। सहस्रपदा क्षिसिरोरु वसवे।

सहस्रनाम्ने पुरूषाय शाश्वते। सहस्र कोटि युगधारिणे नमः॥

ओं नमो भगवते सदशिवाय॥

ओं नमो भगवते दत्तात्रेयाय॥

ओं नमो भगवते चिदारूढाय॥

शिवगयत्रि मन्त्रः॥ ६॥

ओं तद्पुरूषाय विद्महे। महादेवाय धीमहि।

तन्नो रुद्रः प्रचोदायत्॥ ०त्रिकलम्०

​​

मुक्तामन्त्राः॥ ७॥

ओं श्रीं गुरुदीपाय नमः॥

ओं गं गणपतये नमः॥

ओं क्रीं कालिकायै नमः॥

ओं नमः शिवाय॥

महामृत्युन्जय मन्त्रः॥ ८॥

ओं त्रयाम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

उर्वरुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मऽमृतात्॥ ०त्रिकलम्०

ओं शान्तिश्शान्तिश्शान्तीः॥

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